बारम्बार पूछे जाने वाले प्रश्न
एनईएफटी प्रणाली क्या है ?
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) प्रणाली देशव्यापी निधि अंतरण प्रणाली है, जो किसी एक बैंकµशाखा से अन्य बैंकµशाखा में निधि अंतरण में मदद करती है-
क्या यह प्रणाली किसी विशिष्ट केन्द्र से सम्बद्ध है अथवा क्या इस पर कोई भौगोलिक प्रतिबंध है?
नहीं, इसमें देश के भीतर किसी केन्द्र अथवा किसी भौगोलिक क्षेत्रा का प्रतिबंध नहीं है- इस प्रणाली में केन्द्रीकृत लेखांकन प्रणाली की संकल्पना का उपयोग किया जाता है तथा बैंक का खाता, जो निधियों के अंतरण से सम्बंधित अनुदेश को प्रेषित अथवा प्राप्त करता है, वह एक केन्द्र अर्थात् मुंबई में ही परिचालित होता है- देश भर में कहीं भी अवस्थित शाखायें, जैसे कि हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध सूची में विवरण दिए गए हैं, एनईएफटी में सहभागिता कर सकती हैं-
लाभार्थी के लिए निधिµउपलब्धता के लिए निर्धारित समय क्या है ?
भुगतान के समय के आधार पर लाभार्थी को उसी दिन अथवा अगले दिन जमा प्राप्त होती है-
एनईएफटी प्रणाली कैसे परिचालित होती है ?
चरण 1 : धनप्रेषणकर्ता एनईएफटी आवेदन भरता है, जिसमें लाभार्थी के विवरण (बैंकµशाखा, लाभार्थी का नाम, खाते का प्रकार तथा खाता संख्या) देता है तथा धनप्रेषणकर्ता के खाते को नामे करते हुए लाभार्थी को एक निश्चित राशि प्रेषित करने के लिए शाखा को प्राधिकृत करता है- (यह बैंक द्वारा उपलब्ध कराई गई नेट बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करते हुए भी की जा सकती है-)
चरण 2 : धनप्रेषणकर्ता शाखा एक स्ट्रक्चर्ड फाइनेंशियल मैसेजिंग सोल्यूशन (एसएफएमएस) बनाती है तथा एनईएफटी के लिए इसे सेवा केन्द्र पर भेज देती है-
चरण 3 : सेवा केन्द्र इसे अगले उपलब्ध भुगतान में शामिल करने के लिए स्थानीय भारतीय रिजर्व बैंक (नेशनल क्लीयरिंग सेल, मुंबई) में भेज देता है- वर्तमान में, एनईएफटी भुगतान साप्ताहिक दिनों में छ बैचों में 0930, 1030, 1200, 1300, 1500 तथा 1600 बजे तथा शनिवार को 0930, 1030 तथा 1200, बजे किए जाते हैं-
चरण 4 : समाशोधन केन्द्र पर भारतीय रिजर्व बैंक लेनµदेनों को बैंकµवार छांटता है तथा इस प्रणाली में सहभागी होने वाले बैंकों को प्रेषित करने के लिए शुद्ध नामे अथवा जमा की लेखांकन प्रविष्टियां तैयार करता है- तत्पश्चात्, बैंकµवार धनप्रेषण संदेश बैंकों को प्रेषित किए जाते हैं-
चरण 5 : प्राप्तकर्ता बैंक भारतीय रिजर्व बैंक से प्राप्त धनप्रेषण संदेशों पर कार्रवाई करता है तथा लाभाख्रथयों के खातों में जमा प्रदान करता है-
यह आरटीजीएस तथा ईएफटी से भिन्न कैसे है ?
एनईएफटी देश के किसी एक हिस्से से देश के किसी अन्य हिस्से में निधियों के अंतरण के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली है तथा यह शुद्ध भुगतान के सिद्धांत पर आधारित है, जबकि आरटीजीएस सकल भुगतान के सिद्धांत पर आधारित है तथा ईएफटी केवल उन पन्द्रह केन्द्रों पर परिचालन में है, जहां भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यालय स्थित हैं-
एकल लेन देनों में राशि की कोई सीमा है ?
एकल लेन देनों में राशि की कोई सीमा नहीं है-
आईएफएस कोड (आईएफएससी) क्या है ? यह माईकर कोड से भिन्न कैसे है ?
इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम कोड (आईएफएससी) एक अल्फाµन्युमेरिक कोड है, जो भारत में बैंकµशाखाओं की विशिष्ट पहचान हेतु विनिख्रदष्ट हैं- इस 11µअंकों के कोड में पहले चार अंक बैंक कोड दर्शाते हैं तथा अगला अंक नियंत्राण अंक के रूप में आरक्षित है (वर्तमान में 5वें स्थान पर घ्0ङ आता है ) तथा शेष 6 अंक शाखा की पहचान के लिए हैं- माईकर कोड में बैंकµशाखा की पहचान के लिए 9 अंक हैं-
लाभार्थी के खाते में जमा न होने की स्थिति में अथवा विलम्ब होने पर मैं किसे सम्पर्क कर सकता हूं ?
अपने बैंक/शाखा से सम्पर्क करें- यदि इस मामले का निपटान संतोषजनक ढंग से नहीं होता है तो भारतीय रिजर्व बैंक के ग्राहक सेवा विभाग से -- पर अथवा निम्न से सम्पर्क किया जा सकता है
मुख्य महाप्रबंधक,
भारतीय रिजर्व बैंक,
ग्राहक सेवा विभाग,
1ली मंजिल, अमर बिल्डिंग, फोर्ट,
मुम्बई µ 400001
क्या एनईएफटी लेनµदेन के प्रवर्तन के लिए बैंक खाता होना जरूरी है ?
हां, एनईएफटी एक खाते से दूसरे खाते में निधि अंतरण की प्रणाली है-
क्या यह जरूरी है कि लाभार्थी का खाता गंतव्य बैंक शाखा में होना चाहिए ?
हां, एनईएफटी एक खाते से दूसरे खाते में निधि अंतरण की प्रणाली है-
क्या मुझे एनईएफटी के माध्यम से विदेशी विप्रेषण प्राप्त हो सकता है ?
यह प्रणाली देश के भीतर सहभागी बैंकों के बीच सिर्फ भारतीय रुपये के विप्रेषण के लिए प्रयोग में लाई जा सकती है-
क्या मैं एनईएफटी का प्रयोग करके विदेश में धनप्रेषण कर सकता हूं ?
नहीं
क्या मैं किसी अन्य खाते से निधि प्राप्त करने के लिए लेनµदेन आरंभ कर सकता हूं ?
नहीं
क्या मैं एनआरआई खाते से/को निधि भेज/प्राप्त कर सकता हूं ?
हां, फेमा के प्रावधानों की प्रयोजनीयता के अधीन-
क्या लाभार्थी के खाते में निधि जमा किए जाने की पावती ग्राहक को प्राप्त होती है ?
नहीं, तथापि, प्रेषणकर्ताµशाखा में ग्राहक के लिए इस आशय की इलेक्ट्रॉनिक पावती निख्रमत होती है कि उसकी निधि लाभार्थी द्वारा प्राप्त की गई है-
क्या लाभार्थी के खाते में निधि जमा न होने की स्थिति में धनप्रेषणकर्ता ग्राहक को यह निधि पुन: प्राप्त होती है ?
हां, यदि यह निधि लाभार्थी के खाते में जमा नहीं हुई है तो धनप्रेषणकर्ता ग्राहक इसे पुन: प्राप्त करता है-
एनईएफटी सख्रवस विंडो किस समय तक उपलब्ध है ?
साप्ताहिक दिनों में कुल 6 अर्थात् 0930, 1030, 1200, 1300, 1500 तथा 1600 बजे तथा शनिवार को 0930, 1030 तथा 1200 को भुगतान उपलब्ध हैं-
धनप्रेषण प्रभावी होने के लिए धनप्रेषणकर्ता शाखा द्वारा कौन सी अनिवार्य जानकारियां दी जानी चाहिए ?
धनप्रेषणकर्ता ग्राहक द्वारा दी जाने वाली अनिवार्य जानकारियां हैं : लाभार्थी के विवरण जैसे कि लाभार्थी का नाम एवं खाता संख्या, लाभार्थी बैंकµशाखा का नाम तथा आईएफएससी-
क्या ऐसा कोई मार्ग है, जिससे ग्राहक विप्रेषण लेनµदेन का पता लगा सके ?
धनप्रेषणकर्ता ग्राहक धनप्रेषणकर्ता शाखा के माध्यम से ही विप्रेषण लेनµदेन का पता लगा सकता है, क्योंकि धनप्रेषणकर्ता शाखा को विप्रेषित लेनµदेन की स्थिति की जानकारी दी जाती है-